शुक्रवार, 24 जनवरी 2020

सिद्धिविनायक मंदिर में करोड़ों रुपए के सोने चढ़ाने से क्‍या गरीब ,बीमार व्यक्तियों की जिंदगी बदल सकती है?

मंदिरों का पैसा दरिद्र नारायण की सेवा में लग जाता तो भारत कब का भूखमरी इंडेक्‍स से बाहर हो जाता।
विवेकानंद ने कहा भी है कि ये गरीब-दुखी ही ईश्‍वर हैं।

Pawan Sahani ने जवाब का अनुरोध किया है

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